बच्चे हैं भगवान

कच्चे-पक्के हैं सभी, प्यार भरे मकान ।
बड़े ज्ञान भंडार हैं, बच्चे हैं भगवान ।।
बच्चे हैं भगवान, दरषन सभी के करलो ।
जनगणना लिखवाय, अनुसूची वहीं धरलो ।।
कह ‘वाणी‘ कविराज, वर्ग त्रिभुज आवासीय ।
जहां-जहां हेचिंग, समझ गैर आवासीय ।।



भावार्थः- प्रत्येक विषय के नक्षों के कुछ अपने विषिष्ट संकेत होते हैं। जनगणना के नक्षे में पक्के मकान के लिए वर्ग एवं कच्चे मकान के लिए त्रिभुज निर्धारित संकेत हैं। दोनों ही आवासीय या अंषतः आवासीय हैं। इसके विपरीत पक्का मकान या कच्चा मकान यदि गैर आवासीय हो तो संकेत तो दोनों यही रहंेगे केवल उनमें हेचिंग (तिरछी रेखाएं) और करना होगा। आवासीय मकानों में भवन नंबर वर्ग अथवा त्रिभुज के अन्दर लिखे जावेंगे जबकि गैर आवासीय में बाहर लिखे जावेंगे।

मकान में रहने वाले बडे़ बुजुर्ग ज्ञान के भंडार हैं तो वहीं छोटे बच्चे भगवान के रूप हैं। सभी के दर्षन करते हुए जनगणना की अनुसूचियों में एक-एक कॉलम को सावधानी पूर्वक भरना चाहिए।