भारत की जनगणना
Census of India
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: वैसे तो भारत के महारजिस्ट्रार जनगणना आयुक्त का कार्यालय गृह मंत्रालय ,भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा मुद्रित एवं प्रकाशित दोनों पुस्तकें ही पूर्णतः प्रामाणिक अक्षरस अनुकरणीय एवं श्लाघनीय हैं फिर भी अमृत ’वाणी’ की छोटी-छोटी कविताएं पर्यवेक्षक ,प्रगणक एवं समस्त उत्तरदाताओं के लिए एक प्रभावी उत्प्रेरक की भूमिका सा सफल निर्वहन अवश्य कर रही हैं ।
पी0 के0
पी0के0 पी0के0 क्या करे , बोलो पवन कुमार ।
नाम लिखो आपका , कर खुद पे उपकार ।।
कर खुद पे उपकार ,जरा गूंगट तो खोले ।
पतिदेव का नाम , बताओ होले -होले ।।
कह’वाणी’कविराज , डरती क्यो नाम लेकर ।
बने न राशन कार्ड, खायगी कैसे शक्कर ।।
कवि अमृत 'वाणी'
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