पी0 के0

पी0के0 पी0के0 क्या करे , बोलो पवन कुमार ।
नाम लिखो आपका , कर खुद पे उपकार ।।

कर खुद पे उपकार ,जरा गूंगट तो खोले ।
पतिदेव का नाम , बताओ होले -होले ।।

कह’वाणी’कविराज , डरती क्यो नाम लेकर ।
बने न राशन कार्ड, खायगी कैसे शक्कर ।।


कवि अमृत 'वाणी'