बढाए आपका नाम

क्रमांक 15: राज्य समन्वयक के उत्तरदायित्व

राज्य समन्वयक सुनिए, कहे केन्द्र सरकार ।
लाओ उन कलाकार को, करने बेड़ा पार ।।
करने बेड़ा पार, देय ट्रेनिंग शानदार ।
खर्चा खाता जोड़, करो जनगणना प्रचार ।।
कह ‘वाणी‘ कविराज, तरह-तरह के सब काम ।
जहां राज्य में होय, बढ़ाए आपका नाम ।।



भावार्थः- भारत की जनगणना के इस राष्ट्रीय कार्य में सभी स्तर के अधिकारीगणों के कर्त्तव्य सुनिश्चित किए गए हैं। इस श्रृंखला में राज्य समन्वयक के प्रमुख कर्त्तव्यों में एक यह भी है कि अपने राज्य में ऊर्जावान, कर्त्तव्यनिष्ठ ज्ञानी, अनुभवी व्यक्तियों की एक टीम बनाई जाए। भांत-भांत के कलाकारों को इकट्ठे किए जाए जो संपूर्ण राज्य में इस राष्ट्रीय कार्य को सराहनीय सफलता दिलवा सकें। उन्हें विधिवत प्रशिक्षण दिलाना है। अपने राज्य में खर्चे का अनुमानित बजट बनाते हुए पर्याप्त प्रचार-प्रसार कर जनचेतना जाग्रत करना।

‘वाणी‘ कविराज कहना चाहते हैं कि हे राज्य समन्वयकजी आपके राज्य में होने वाले सभी प्रकार के कार्य पूर्ण सफल होने पर ये आप ही का नाम पूरे देश में उजागर करंेगे। इसलिए प्रत्येक छोटे-बड़े कार्य पर आपका ध्यान एवं पैनी नजर होना अपेक्षित है।