थैलो दियो थमाय

रजिस्ट्रार जिला उप जिला, आपने जिले माय ।
प्रगणक सभी बुलाय के, ट्रेनिंग दी कराय ।।
ट्रेनिंग दी कराय, यो थैलो दियो थमाय ।
जाओ घर-घर आप, अनुसूची भर-भर लाय ।।
कह ‘वाणी‘ कविराज, छुप-छुप वे देखने जावे ।
कहां हुई है चूक, आय कर फिर समझावे ।।


भावार्थः-
जिला रजिस्ट्रार एवं उप जिला रजिस्ट्रार महोदय ने अपने प्रमुख कर्त्त्वयों को पूर्ण करते हुए प्रगणक व प्रवेक्षकों को एम.टी. के माध्यम से प्रशिक्षण लेने का कार्य पूर्ण करते ही जनगणना सामग्री से ठसाठस भरा हुआ जिसे कंधे पर बड़ी आसानी से लटकाया जा सके, ऐसा एक चिरस्मरणीय थैला थमाया।

‘वाणी‘ कविराज कहना चाहते हैं कि उन्हें सप्रेम आदेशित किया है कि सभी अपने-अपने ब्लॉक का नजरी नक्शा, मकान सूचीकरण एवं परिवार अनुसूची भरने का कार्य प्रशिक्षणानुसर पूर्ण करेंगेे। यदि किसी प्रकार की बाधा आती है तो पर्यवेक्षक महोदयों का मार्ग-दर्शन प्राप्त करंेगे।

जिला रजिस्ट्रार एवं उपजिला रजिस्ट्रार अपने-अपने क्षेत्र में किए जा रहे जनगणना कार्य का अघोषित कार्यक्रमानुसार अचानक ब्लाक का निरीक्षण करते हुए कार्य की गुणवत्ता पर प्रशासनिक दृष्टि रखते हैं। उन्हंे त्रुटियां नजर आने पर संबंधित को पुनः समझाते हुए कार्य को सुचारू रूप से सम्पन्न कराना है।