नीर बहे चारों द्वार

कालम 24 गन्दे पानी की निकासी किस से जुड़ी हुई है: ढकी नाली से-1/खुली नाली से-2/किसी भी नाली से नहीं-3


गंदा पानी भवन का, देखो कैसे जाय।
ढकी हुई सब नालियां, एक कोड ले जाय।।
एक कोड ले जाय, दो है खुली बदबूदार।
बिन नाली के तीन, बहे नीर चारों द्वार।।
कह ‘वाणी’ कविराज, देख लो कैसे जीते।
लाखों लीटर नीर, कीचड़ कीडे़ पीते ।
भावार्थः- कालम संख्या 24 में भवन का गंदा पानी रसोई घर का पानी, नहाने-धोने का गंदा पानी जो भवन से बाहर जा रहा है आखिर उसकी निकासी किस प्रकार की है ? क्या नाली ढंकी हुई है अथवा खुली है क्या स्थिति है उसी के अनुरूप प्रगणकों को कोड नं. दर्ज करने होेंगे अगर नाली ढकी हुई है तो कोड नं. 1 और खुली अवस्था में हो तो कोड 2 लिखने हैं कई घरों में स्थिति इन दोनों से भिन्न प्रकार की भी दिख सकती है जहां पर इस प्रकार की व्यवस्थित नाली नाम की कोई चीज नहीं। घर में चारों ओर किसी भी दिषा में पानी बह रहा है, बदबू आ रही है धीरे-धीरे उसी गंदगी में कीडे़ पड़ जाते हैं। उन घरों में पानी का अपव्यय भी ज्यादा होता है ऐसे लाखों मकान आपको मिल सकते हैं। जहां लाखों लीटर पानी प्रतिदिन गंदे कीड़े पी जाते हैं और मकान में बदबू आती रहती है। इस प्रकार की स्थिति दिखे तो अवष्य कोड 3 दर्ज करें।