गहरे रिश्तेदार

कालम 10, 11 और 12:
इस परिवार में सामान्यतः रहने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या
(कालम 10: व्यक्ति, कालम 11: पुरूष, कालम 12: स्त्रियां)



दस, ग्यारह, बारह बने, गहरे रिष्तेदार ।
अब तक टूट सका नहीं, ऐसा इनका प्यार ।।
ऐसा इनका प्यार, दस में टोटलें आती ।
ग्यारह मर्द बताय, बारह घूंघट षरमाती ।।
कह ‘वाणी’ कविराज, साधारण जोड़ बाकी ।
ना करना तुम भूल, यही घर-घर की झांकी ।।


भावार्थः- कालम संख्या 10, 11 एवं 12 में जो जानकारी चाही गई उन तीनों ही सूचनाओं में परस्पर बहुत गहरा अन्तः सम्बन्ध है फास्ट फ्रेण्ड की तरह ये अक्सर साथ रहने वाले हैं।

‘वाणी’ कविराज कहते हैं कि कालम नम्बर 10 में परिवार में रहने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या भरी जावेगी। कालम नम्बर 11 में पुरूषों की संख्या और कालम 12 में स्त्रियों की संख्या दर्ज की जावेगी। कालम 11 व 12 की जोड़ ही हर बार कालम संख्या 10 में लिखी जाएगी। यह साधारण जोड़ है, इसमें त्रुटियों की कोई सम्भावनाएं नहीं है। हर परिवार की प्रविष्ठियों में इसी जोड़ प्रक्रिया की पुनरावृत्ति होगी।