आवास सह अन्य उपयोग, भांत-भांत के मान।
कहीं कपड़ो की दूकान, कहीं लगाए पान।।
कहीं लगाए पान, मीठे फल या मिठाई।
सब्जी जनरल स्टोर, क्या-क्या लाएं हम भाई।।
कह ‘वाणी’ कविराज, फैक्ट्री तभी लिखवाएं।
बिजली का उपयोग हो, आदमी दस आए।।
कहीं कपड़ो की दूकान, कहीं लगाए पान।।
कहीं लगाए पान, मीठे फल या मिठाई।
सब्जी जनरल स्टोर, क्या-क्या लाएं हम भाई।।
कह ‘वाणी’ कविराज, फैक्ट्री तभी लिखवाएं।
बिजली का उपयोग हो, आदमी दस आए।।
भावार्थः- नगरों, महानगरों में आवास सह अन्य उपयोग की स्थ्तिियां सर्वाधिक मात्रा में मिलती हैं। आवास के साथ-साथ क्या-क्या व्यावसायिक कार्य जुडे़ हो सकते हैं उनमें कुछ इस प्रकार है- आवास सह कपड़ो की दूकान, पान की दूकान, फल एवं मिठाई की दूकान, सब्जी जनरल स्टोर इत्यादि। क्या लाएं क्या नहीं लाएं इसी क्रम में ‘वाणी’ कविराज कहना चाहते हैं कि फैक्ट्री को फैक्ट्री तभी कह पाएंगे जब वहां बिजली का उपयोग होता हो और कम से कम दस आदमी वहां कार्य करते हों। ऊपर कुछ नाम व प्रकार बतलाए हैं इनसे मिलते-झुलते कई अन्य व्यावसायिक स्थितियां भी हो सकती है।