खाली प्लाट

खाली प्लाट था बीच में, पड़ा रहा कुछ साल।
बदल गया भाग्य उसका, अब हो गया निहाल।।
अब हो गया निहाल, कहे मुझको नंबर दो।
इधर-उधर दो तीन, दो बटा एक नंबर दो।।
कह ‘वाणी’ कविराज, है यही अदा निराली।
यही दिशा-निर्देश, मिले बीच प्लाट खाली।।


भावार्थः-कहीं-कहीं संयोगवश ऐसा भी हो सकता है कि मकान सूची अद्यतन करते समय आपको ऐसा कोई प्लाट भी मिल सकता है जिस पर छत पड़ गई हो। ऐसी स्थिति में उसको भवन नंबर देना अनिवार्य हो जाएगा। उसे नए नंबर देने के लिए यही दिशा-निर्देश है कि उसे छोटी संख्या के बटा नंबर देने होंगे।
उदाहरणार्थ - मानाकि भवन नं. 2 व 3 के बीच में ऐसा भवन है जो भवन संख्या डालते समय भूलवश छूट गया था या उस पर छत नहीं पड़ी किन्तु अब छत पड़ गई। आप उसे 2/1 नंबर देंगे।
‘वाणी‘ कविराज कहते हैं कि पूरे ब्लॉक में कहीं भी आपको ऐसा दिखे तो आप उस नए भवन को, अगल-बगल की भवन संख्या को ध्यान रखते हुए छोटी संख्या के बटा नंबर ही दंेगे।