बिराजे तहसीलदार

कपड़ा केमिकल बिकता, कोका कोला चाय।
भोजनालय भी चलते, ठूंस ठूंस कर खाय।।
ठूंस ठूंस कर खाय ,करते कोई जलपान।
बहके बीयर बार, सबका मालिक भगवान।।
’वाणी’ आफिस होय, बिराजे तहसीलदार।
बीमा, थाना, कोर्ट, फायर ब्रोकर सब प्रकार।।


भावार्थः- जनगणना मकान का उपयोग कई जगहों पर दूकान, कार्यालय के रुप में भी होता है, ऐसी स्थितियों में कोड नं. 3 देने के निर्देष हैं। दूकानों में कहीं, कपड़ा, कैमिकल बिकता हुआ मिल सकता है, कहीं कोका कोला सजा हुआ है, कहीं चाय उबल रही है, भोजनालय, कहीं केवल जलपान का ही व्यावसाय चला करता है तो कहीं बीयर बार की महक आती है ।

’वाणी’ कविराज कहते हैं कि इसी प्रकार कहीं कार्यालय भी मिल सकते हैं- यथा तहसीलदार कार्यालय, बीमा कम्पनी, पुलिस थाना, न्यायालय, ब्रोकर कार्यालय फायर स्टेषन, इत्यादि ऐसी अनेक प्रकार की बिल्डींगें मिल सकती हैं। इन्हें कॉलम सात की प्रविष्टी में कोड नं. तीन देने हैं।