करे मकान अनुसूची, पूर्ण अद्यतन आप।
परिवर्तन जो-जो दिखे, लिखते जाओ आप।।
लिखते जाओ आप, कितने आए श्रीमान्।
गए कई परिवार, छोड़ भाड़े का मकान।।
कह ‘वाणी‘ कविराज, समझ सबको महान।
एक-एक घर जाय, खुद देखो सब मकान।।
परिवर्तन जो-जो दिखे, लिखते जाओ आप।।
लिखते जाओ आप, कितने आए श्रीमान्।
गए कई परिवार, छोड़ भाड़े का मकान।।
कह ‘वाणी‘ कविराज, समझ सबको महान।
एक-एक घर जाय, खुद देखो सब मकान।।
भावार्थः- मकान सूची अद्यतन करते समय इस बात का प्रमुख रूप से ध्यान रखना चाहिए कि जो जो भी प्रभावी परिवर्तन हुए है प्रत्येक को दर्शाए। दो प्रकार की स्थितियां ही सर्वाधिक मिल सकेगी। प्रथम कोई मकान नया निर्मित हो गया है तो उसे पूर्व निर्देशित नियमानुसार बटा नंबर देना है। दूसरी स्थिति यह हो सकेगी कि कोई परिवार वहां से स्थानान्तरित होकर अन्यत्र चला गया हो तो उस परिवार की गणना उसके नए आवास में ही होगी। आपकी सूचियों में उसका नाम नहीं रहेगा। यदि वह नाम नहीं काटा गया तो उस परिवार की दोहरी गिनती होना संभव है। ऐसा होना इस संपूर्ण प्रक्रिया का बहुत बड़ा एवं अक्षम्य दोष माना जावेगा।
‘वाणी’ कविराज कहते हैं कि इसकी पारदर्शिता एवं गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रत्येक भवन व जनगणना मकान के प्रत्येक परिवार में स्वयं प्रगणक को ही जा जाकर यथास्थितियों को सावधानी पूर्वक देखना होगा।