कमर तोड़ मंहगाई

कालम 17: इस परिवार के पास अलग से रहने के लिए उपलब्ध कमरों की संख्या
(0,1,2,3..... दर्ज करें)

कमर तोड़ मंहगाई में, कमरे कितने और।
रसोई, स्नान, षौच को, छोड़ वरेण्डा, स्टोर।।
छोड़ बरेण्डा स्टोर ,कहो अब कितने कमरे।
ष्षादी विवाह होय, कहां जाय सजे-संवरे
कह ‘वाणी’ कविराज, पैसा-पैसा जोड़ ।।
रुम बना दो चार, मंहगाई कमर तोड़।


भावार्थः- समय से पहले ही लोगांे की कमर झुक जाना कमर तोड़ मंहगाई का ही साइड इफेक्ट है समय और धन अगर सच्चा साथ नहीं निभाते हैं तो कई लोग जिस घर में जन्म लेते उसी घर में उनके जीवन के सौ साल पूरे हो जाते हैं। कॉलम 17 में प्रगणकों को उत्तरदाता से यह पूछना है कि आपके भवन या जनगणना मकान में रसोईघर, स्नानघर, शौचालय, स्टोर, रास्ता, बरामदा को षामिल नहीं करते हुए फिर कुल कितने कमरें हैं। उनकी संख्या दर्ज करनी जो 0 से लगाकर कितनी भी हो सकती हैं।

‘वाणी‘ कविराज कहना चाहते हैं कि कमरांे की श्रेणी में आने के लिए चार दीवारी व छत सहित उस निर्मित भाग के भीतर की लम्बाई 2 मीटर, चौड़ाई 1.5 मीटर, ऊँचाई 2 मीटर से कम नहीं होनी चाहिए। शंक्वाकार झोपड़ी अथवा तम्बू को भी कमरा ही समझा जाना चाहिए। एक कमरे में दो परिवार रहते हांे तो प्रत्येक परिवार के लिए कमरों की संख्या 0 दर्ज की जानी चाहिए।