अस्पताल

कोड नम्बर छः लिखना, मिले जब अस्पताल।
डॉक्टर का क्लिनिक सबको, ठीक करे तत्काल।।
ठीक करे तत्काल, प्रसुति गृह बच्चा देय।
एक्सरे नर्सिंग होम, पल-पल पैसा लेय।।
‘वाणी’ ले उपचार, यहां तू चाहे जैसा।
सुने ना कोई बात, बचा ना जेब का पैसा।।

भावार्थः- जनगणना मकान के वास्तविक उपयोग के अन्तर्गत कोड नं. 6 अस्पताल, डिस्पेंसरी आदि के लिए निष्चित हैं। उदाहरण स्वरूप कुछ नाम भी दिए गए हैं आपके ब्लॉक में यदि ऐसा कोई भवन आता है तो कालम 7 में उसे नाम सहित लिखना होगा।

‘वाणी’ कविराज कहते हैं कि अस्पताल नैदानिक, नर्सिंग होम, प्रसूति गृह, दन्त क्लिनिक डिस्पेंसरी, टीकाकरण केन्द्र, एक्सरे क्लिनिक, प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र। यह राजकीय एवं निजी दोनों ही प्रकार के हो सकते हैं। कोड नं. में कोई अन्तर नहीं आवेगा।

इस भौतिकवादी अर्थयुग में जब तक पैसा है तब तक आप चाहो जहां चाहो जैसे हॉस्पिटल से ट्रीटमेन्ट लेते रहो, किन्तु जब पैसा खत्म हो जाएगा तब से आपका ट्रीटमेन्ट लगभग बन्द हो जाएगा। उस दिन आपको दुनिया का एक बहुत बड़ा नया तर्जुबा होगा कि पैसा अपने आप में कितनी बड़ी दवा है और यही पैसा अपने आप में कितनी बड़ी बीमारी है।