टीवी

कालम 29 टेलीविजन:
हां-1/नहीं-2

बीवी टीवी का युग है, क्या-क्या तेरे पास।
दोनांे तेरे पास हैं, दुनिया तेरे पास।।
दुनिया तेरे पास, बदल बार-बार चैनल।
कुछ करते उपयोग, ज्यूं गर्मी में आय नल।।
कह ‘वाणी’ कविराज, टीवी देख एक लिखो।
टीवी से हैं दूर, दूर जाय कर दो लिखो।।


भावार्थः- आज के जमाने में दो चीजें लाजवाब हैं जिसके मूल का पता लगाते-लगाते लाखों लोग लापता हो गए। उनमें एक बीवी दूसरा टीवी है। ‘वाणी’ कविराज कहते हैं कि प्रगणकों को प्रत्येक परिवार में प्रवेष करते ही यह जानकारी हांसिल करनी है कि परिवार के स्वामित्व की परिसम्पतियों के अन्तर्गत क्या उसके पास टीवी है। कालम 29 आपसे इतना ही पूछता है यदि उस परिवार में टीवी हो तो कोड नं. 1 दर्ज करना है यदि किसी भी प्रकार का कोई टीवी नहीं है तो कोड नं. 2 दर्ज करने हैं।

यह प्रष्न इतना सरल भी है कि इसे बिना पूछे भी आप अपनी प्रविष्ठी पूर्ण कर सकते हैं। यदि आपने उस परिवार को अपनी आंखों से चैनल बदलते हुए देखा तो हो तब तो प्रष्न पूछने की आवष्यता ही नहीं पडे़गी, किन्तु घर टीवी जैसा दिखता हो और घर में टीवी नहीं दिखता हो तो तब तो आपको चलकर यह सवाल पूछना बेषक लाजमी होगा।